बुधवार, 14 मार्च 2012

फूल दे पैलाग!  फूल देई छम्मा  देई .
एक बहुत ही ख़ुशी का त्यौहार . छोटे -छोटे बच्चे आते हैं घर की देहरी मैं फूल रखते हैं और बदले मैं उन्हें चावल दिए जाते हैं . बच्चों का समूह गावं के हर घर में जाता है . नवजात बच्चों के लिए एक अलग नई टोकरी ले कर जाते हैं . बच्चे पहले दिन से ही जंगलों से तरह -तरह के फूल तोड़ कर लाते हैं .बच्चे बहुत खुश दिखाई देते हैं 

 और घर की देहरी में बिखरे फूल घर को भी ख़ुशी दे जाते हैं .

आज त्यौहार मनाया .

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