नमस्कार
विश्व को अहिंसा की आवश्यकता है इसी में मानवीय हित सुरक्षित हैं. मानवाधिकारों की रक्षा के लिए वैश्विक अभियान चलाएं।
महाशक्तियां आज अपने घातक, संहारक व्यापक विनाशकारी हथियारों का प्रयोग कर उनकी संहारक क्षमता को प्रदर्शित करने को उतावली हैं ऐसी स्थिति में भारत को ही शांति की पहल करने आगे आना होगा अन्यथा हिंसा का जो तांडव ये महाशक्तियां करने को उतावली हैं वह अब तक की महा हिंसा होगी। जिसमें दुनियां के मैदान शवों के लिए छोटे पड़ जायेंगे। न कोई शवों को उठाने वाला होगा न कोई अपनों के लिए रोने वाला बचेगा। सेनाओं के पास मात्र एक ही लक्ष्य होगा मारो और मारो जब तक अंतिम व्यक्ति जीवित है तब तक लड़ो। संवेदनाएं ख़त्म हो जाएँगी।
आइये युद्धों को रोकने के लिए पहल करें। विश्व शांति की कामना करें। बर्बर सत्ताधीशों विरुद्ध दुनियां के शांतिप्रिय देश एकजुट हों. प्राणी मात्र को बचाने के लिए युद्धों का विरोध करें।
संहारक अस्त्र शस्त्रों को नष्ट करने के लिए वैश्विक सहिंता बनाएं ।
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